अरे तड़प के मरने वाले दीवानों
फकत जीने का इल्जान न लो जीयो तो ऐसे जीयो की दूसरो को जीने का ढंग बतला दो
क्योकि खुदा की खुदाई से मिलती है मोहब्बत
इस जिन्दगी को मोहब्बत पर वार दो
झूठ साबित कर दो मोहब्बत के शेरो को
दीवानगी को भी कामयाब कर दो
एक बार भीर बता दो हीर रांझे की दास्ता
मोहब्बत को फिर से पाक कर दो
1 comment:
bhai meri muhabbat ke bare mein bhi kuch likh digiye.sameer
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